शायद ये दोनों शब्द एक जैसे लगें..
पर नही.. दोनों में बहुत फर्क है.
सुख एक अभिलाषा है.. पर आनंद एक अनुभूति है..
शायद किसी को दुःख में भी आनंद की अनुभूति हो..
कुछ लोग शायद इसे समझ पाएं और कुछ लोग नहीं..
बस इतना ही..
:)
मैं... ख़ुद से अजनबी.. | अपने ब्लॉग पर पहली बार कुछ लिख रहा हूँ| आज एक बार फ़िर मेरी भटकती सोच ने एक करवट ली है| शायद फ़िर से मन की गहराईयों में से कुछ उगल कर उपर आने को मचल रहा है| मन की लहरें फ़िर से उफान पर हैं| कहीं न कहीं मेरे दिमाग के भंवर में कुछ उथल-पुथल सी मची हुई है| पता नही, यह मन क्या कहना चाह रहा है| विचार इस कदर पनप रहे हैं की मेरे हाथों से लिखने की गति मंद पड़ गयी है| शायद इसीलिये मैंने इसका नाम "Subtle Thoughts" दिया है|
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